सिनेमा एक दृश्य माध्‍यम है जिसकी शक्ति दृश्‍यात्‍मकता में है / हरियश राय

जवरीमल्‍ल ‍पारख की किताब ‘साहित्‍य कला और सिनेमा’ पर हरियश राय की संक्षिप्‍त टीप  ——————————————————————– साहित्‍य, कला और सिनेमा जवरीमल्‍ल

गोवा कला और साहित्य उत्सव 2024: बीज भाषण / रणजीत होसकोटे

अंग्रेजी के ख्यात कवि, कला-समीक्षक, कला-सिद्धांतकार, और लल द्यद का अंग्रेजी में अनुवाद करनेवाले रणजीत होसकोटे ने इंटरनेशनल सेंटर गोवा

जीवन का पाठ / विष्णु नागर

जवरीमल्ल पारख की किताब जीवन की पाठशाला पर विष्णु नागर की टिप्पणी ——————————————————————- जवरीमल्ल पारख प्रतिष्ठित साहित्य आलोचक होने के

12वीं फेल : मध्यवर्गीय आकांक्षाओं का संघर्षपूर्ण सत्ता विमर्श / जवरीमल्ल पारख

हिंदी में दो तरह के फ़िल्मकार हैं। एक वे जिनका मकसद सामाजिक बदलाव से प्रेरित सोद्देश्य फ़िल्म बनाना है, और